Sunday, May 8, 2011


मां..ये शब्द अपने आप में संपूर्ण हैं.. कहते हैं ना..कोई नारी तभी पूरी होती है जब वो मां बनती हैं। मां जिसके बिना हर कोई अधूरा है, बच्चा जब पैदा होता है, आखें भी नहीं खोलता है, तब से लेकर जिंदगी की अंतिम सांस तक केवल मां ही होती है जो बच्चे को समझती है। तभी तो मां का कहना कोई टाल नहीं सकता है, फिल्मों से लेकर विज्ञापन तक हर जगह मां सक्सेसफूल है, हां वक्त बदला है आज की मां मार्डन हो चुकी है लेकिन उसकी महानता और मर्यादा दोनों अपनी जगह आज भी कायम हैं।

आधुनिकता का असर चारों ओर दिखता है, टीवी पर कल की साड़ी के पल्लू में मुंह छुपाती मां आज जींस में दिखती हैं लेकिन उनकी भावनाओं में आज भी कोई फर्क नहीं है, आज भी उसका पेट तब ही भरता है जब उसके बच्चे खाना खा चुके होते हैं, उसकी आंखो की नींद तभी पूरी होती है, जब उसके बच्चे सो जाते है, वो तभी खुश होती है जब उसके बच्चे मुस्कुराते हैं और उसकी आंखे तब ही नम होती है जब उसके बच्चे दुखी होते है। जिंदगी आज भाग रही है लोगो के पास अपने लिए ही समय नहीं है, हर चीज का विकल्प मार्केट में उपस्थित है, लेकिन शायद मां का कोई विकल्प हो ही नहीं सकता।

आज युवा पीढ़ी तरक्की के लिए अपने मां-बाप से दूर हो जाती है, मीलों दूर वो अपनों को छोड़कर चले आते हैं लेकिन जब थक कर बिस्तर पर पहुंचते हैं तो मां का ही सहलाना उन्हें याद आता है, बाजार के खाने में मां का ही खाना खोजते हैं यहां तक अगर गलती से कुछ अच्छा मिल जाता है तो उनके मुंह से यही निकलता है ये तो मां के खाने जैसा है, कहने का मतलब ये ही कि हर चीज मां जैसी हो सकती है पर वो मां नहीं हो सकती।

8 मई को मां का दिवस है, आज तो मीडिया तंत्र इतना प्रबल है कि मार्केट में मां के गिफ्ट के नाम पर बहुत कुछ उपलब्द्ध है, कई जगह तो बहुत सारे ऑफर भी दिये जा रहे हैं, टीवी पर सेलिब्रेटीज को दिखाया जा रहा है कि वो इस दिन अपनी मां को क्या गिफ्ट दे रहे हैं, सभी जानते हैं कि मां के लिए हर बच्चा कुछ करना चाहता है, इसी का फायदा हमारे मार्केट वाले भी उठा रहे हैं।

लेकिन आपको बता दें शायद दुनिया में मां ही ऐसी है जिसे बदले में कुछ नहीं चाहिए होता है, उसका प्यार निस्वार्थ होता है, तभी तो हर लड़का अपनी बीवी में अपनी मां को खोजता है, उसी तरह का समपर्ण और प्यार की तलाश करता है जो उसे उसकी मां से मिलता है। तो दोस्तों देर किस बात की है, अगर आप अपनी मां के पास है तो तुरंत उनके पास जाईये और अगर नहीं हैं तो तुरंत फोन पर नंबर घूमाइये और बोलिये ..

मां तुम ने मुझे ये जीवन दिया इसके लिए मैं बहुत शुक्रगुजार हूं, इसके बदले में मैं तु्म्हें कुछ नहीं दे सकता हूं लेकिन इतना वादा करता हूं कि तुम्हारे साथ जिंदगी का हर लम्हा जीऊंगा, तुम्हारे बुढ़ापे में तुम्हारी लाठी बनूंगा, आज का दिन भले ही तुम्हारा हो लेकिन गिफ्ट मैं तुमसे मांग रहा हूं कि तुम हमेशा मेरे साथ रहना, मुझे गलत-सही का रास्ता हमेशा तुम ही बताना, ताकि मैं जिंदगी की हर जंग जीत सकूं...आई लव यू मां... आई कांट लीव विदाउट यू...हैप्पी मदर्स डे।

2 comments:

  1. एक माँ ही है जिसके होठों पर बददुआ नहीं होती.
    अच्छी पोस्ट.

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  2. अम्मा उस दिन छत पर आई,
    हाथों में कुछ ले के आई,
    मेरे चेहरे, मेरे माथे पर,
    कुछ पोता कुछ लगाया,
    मेरे चेहरे की उदासी और
    माथे कि शिकन अपने हाथो में ले गयी,
    एक नयी चमक,
    एक नयी मुस्कान मेरे चेहरे को दे गयी,
    गर्मी की जलती धूप को,
    सर्दी की नरम धूप कर गयी,
    अच्छा हुआ जो उस दिन अम्मा छत पर आई.....

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