Friday, July 4, 2014

लोगों को 'दीवाना' बनाने वाले ने खुद नहीं देखी 'दीवाना'

कोई ना कोई चाहिए..हम पर मरने वाला...यह गाना आज से 22 साल पहले आयी सुपरहिट फिल्म 'दीवाना' का है। जिसे कि एक ग्रे शर्ट पहने, पतले-दुबले मोटरसाईकिल सवार पर फिल्माया गया था, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह दुबला-पतला, थोड़ा सा हकलाता हुआ और टेढ़ी हंसी वाला लड़का लोगों को इस हद तक 'दीवाना' बना देगा कि लोग उसे देखने के लिए, उसे छूने के लिए, उसके पास आने के लिए पागल हो जायेंगे और वो बॉलीवुड का बादशाह बन जायेगा।

जी हां हम बात कर रहे हैं अभिनेता शाहरूख खान की, जिन्होंने बिना किसी गॉड फादर के बिना अपने दम पर हिंदी सिनेमा में बादशाहत हासिल की। जब दुनिया सोती थी तो वो जागते थे, खुद से बातें करते थे और खुद को ही डांटा करते थे, जिसकी वजह से आज वो किंग खान बन बैठे हैं। लेकिन अजीब बात यह है कि आज 22 साल बाद भी शाहरूख ने अपनी पहली फिल्म 'दीवाना' नहीं देखी है।

खुद इस बात का जिक्र किंग खान ने ट्विटर पर किया है। शाहरूख ने ट्विट किया है कि "मैं पिछले 22 साल से फिल्म जगत में मेहनत कर रहा हूं.. मैंने आज तक 'दीवाना' नहीं देखी, क्योंकि मेरा मानना है कि मैं अपनी पहली और अंतिम फिल्म नहीं देखूंगा। वास्तव में कहानी तो इन दोनों के बीच में ही है।"

मालूम हो कि टेलीविजन पर 'फौजी' और 'सर्कस' जैसी धारावाहिकों से अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने वाले किंग खान को साल 1992 में राज कंवर की फिल्म 'दीवाना' में पहला ब्रेक मिला था। फिल्म में वो सेकंड लीड हीरो थे। फिल्म में उनके साथ ऋषि कपूर और दिवंगत अभिनेत्री दिव्या भारती थीं।

फिल्म में उनकी एंट्री इंटरवल के बाद हुई थी लेकिन अपने छोटे से रोल में किंग खान ने ऐसी जान फूंकी कि लोग फिल्म के मेन हीरो ऋषि कपूर को ही भूल गये और शाहरूख के दीवाने बन बैठे। इस फिल्म के बाद तो शाहरूख ने वो किया जो शायद और कोई नहीं कर सकता है। इसलिए तो लोग किंग खान के बारे में कहते हैं वो तो 'परदेश' में भी 'मोहब्बतें' फैलाता है और उसकी 'चाहत' से तो 'दिल पागल हो जाता' है और कभी-कभी तो आलम यह होता है कि उसके प्यार से लोगों को 'डर' भी लगने लगता है और जिसके चलते 'अंजाम' यह होता है कि इंसान 'बाजीगर' बन जाता है।

जिस क्यूट शाहरूख को हम प्यार करते हैं उससे तो 'चलते-चलते' भी मुहब्बत हो जाती है और वो बड़ी ही खूबसूरती से 'दिलवालों की दुल्हनिया' ले आता है। वो शाहरूख दिलों का 'बादशाह' है तो कभी प्यार की नाकामी उसे 'देवदास' भी बना देती है तो कभी जवां दिलों से जाकर वो पूछता है कि 'कुछ कुछ होता है क्या'..।

लेकिन वो ही शाहरूख खान जब 'डॉन' बनता है या 'रा वन' के रूप में होता है तो वो लोगों को एक नये रूप में नजर आता है, और जब चेन्नई एक्सप्रेस पर वो सवार हो कर निकलता है तो लोग एंजेलिना जोली को भूलकर लुंगी डांस करने लगते हैं। क्यों आप भी इस बात को मानते हैं ना?

अमीन सयानी उस शराब का नाम है जिसका नशा कभी नहीं उतरता है

किसी शायर ने क्या खूब कहा है कि 'हुस्न तो पानी की तरह है.. वक्त के साथ बह जायेगा.. लेकिन आवाज का क्या करोगे जालिम..यह तो ताउम्र ही जवां रहती है' और शायद यह लाइनें हिंदुस्तान के सबसे चर्चित रेडियो जॉकी अमीन सयानी के ऊपर बिल्कुल फिट होती है। 81 साल की उम्र का आंकड़ा पार करने वाले अमीन की आवाज में वो ही मोहब्बत और जादूई कशिश है जो कि आज से चालीस साल पहले हुआ करती थी। 8 जून से प्रोग्राम 'सितारों की दुनिया' के जरिये एक बार फिर से अमीन सयानी की आवाज रेडियो सिटी पर सुनायी दे रही है ।

यह प्रोग्राम दिन के 12 बजे प्रसारित हो रहा है जिसका रिपीट टेलिकास्ट आप रेडियोसिटी पर ही रात को 9 बजे से रात 10 बजे तक भी सुन सकते हैं। जो लोग अमीन सयानी को सुनते हुए बड़े हुए हैं उनके लिए तो अमीन सयानी की आवाज में कोई फर्क नहीं आया है। इन्हीं में कुछ खास लोगों ने बात करते हुए कहा कि 8 जून को जैसे ही रेडियो सिटी पर दिन के 12 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ वैसे ही हमारे जेहन से आवाज आयी कि अब कोई रेडियो पर बोलेगा कि "बहनों और भाईयों मैं बॉलीवुड से बोल रहा हूं..चलिए मेरे साथ फिल्मी दुनिया की रंगीन, सुरीली और सितारों की दुनिया में" ।

लेकिन इस बार यह टैग लाइन तो नहीं सुनायी पड़ी लेकिन आवाज वो ही कानों में पड़ी और यकीन मानिये इस आवाज में वो ही कशिश थी जो कि आज से चालीस साल पहले हुआ करती थी। जानिए कौन हैं अमीन सयानी जिसने अमिताभ को किया था रिजेक्ट? तो यह है पद्दमश्री विजेता अमीन सयानी, जिनकी शक्सियत के लोग आज भी मुरीद हैं। कहा जाता है कि अमीन के पास बॉलीवुड के ऐसे दुर्लभ साक्षात्कार हैं जो आपको कहीं नहीं मिलेंगे। आज लोगों के पास तकनीकि ज्ञान काफी है, जिसकी मदद से आज कोई भी सिंगर बन सकता है औऱ रेडियों पर जॉकी बनकर लोगों को हंसा सकता है।

लेकिन अमीन सयानी ने अपनी शैली और ज्ञान से देश में नाम कमाया है, जरा सोचिए जब देश में टीवी नहीं हुआ करता था और रेडियो ही लोगों का हमदर्द और मनोंरजन का जरिया था, उस समय अमीन सयानी ने अपनी मदहोश कर देने वाली आवाज से लोगों को अपना दिवाना बनाया था जिसकी दिवानगी आज भी कम नहीं हुई है। कई फिल्मों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके अमीन के पास ज्ञान का अथाह सागर भी है इसलिए जो उन्हें करीब से जानते हैं उनकी नजर में अमीन सयानी उस शराब का नाम है जिसका नशा कभी नहीं उतरता है।...